Table of Contents
टेक जगत के दो महारथी, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और टेस्ला व एक्स (पूर्व ट्विटर) के मालिक एलन मस्क, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार की वजह है मस्क की कंपनी द्वारा लॉन्च किया गया ग्रोक 3 (Grok 3)—एक ऐसा एआई मॉडल जिसे “इतिहास का सबसे बुद्धिमान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” करार दिया जा रहा है। ग्रोक 3 की घोषणा के बाद पिचाई ने मस्क को ट्विटर (अब X) पर बधाई देकर सभी को चौंका दिया। उन्होंने लिखा, “प्रगति के लिए बधाई! इसे आज़माने का इंतज़ार रहेगा।” यह टिप्पणी इसलिए भी खास है क्योंकि पिचाई आमतौर पर सोशल मीडिया पर अपनी राय साझा करने से कतराते हैं, जबकि मस्क अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर हैं।

प्रतिस्पर्धा के बीच सम्मान: टेक जगत की अनोखी परंपरा
सुंदर पिचाई और एलन मस्क टेक इंडस्ट्री में एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं, लेकिन यह प्रतिद्वंद्विता नवाचारों के प्रति सम्मान से भरी है। पिछले साल मेटा के सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने भी ट्विटर की “कम्युनिटी नोट्स” फीचर की तारीफ करके दिखाया था कि टेक लीडर्स एक-दूसरे की सफलताओं को सराहने से पीछे नहीं हटते। पिचाई का यह कदम भी उसी रवैये को दर्शाता है।
Grok 3 Reasoning: क्या इसे “सबसे ताकतवर एआई” कहना सही होगा?
एलन मस्क के अनुसार, ग्रोक 3 ने विज्ञान, कोडिंग और गणित जैसे क्षेत्रों में गूगल के जेमिनी 2 प्रो, DeepSeek V3, और ओपनएआई के GPT-4o जैसे बड़े मॉडल्स को पीछे छोड़ दिया है। मस्क ने दावा किया है कि ग्रोक 3 का कम्प्यूटिंग क्षमता इसके पिछले वर्जन से 10 गुना ज़्यादा है। यह मॉडल जनवरी की शुरुआत में प्री-ट्रेनिंग पूरा कर चुका है और हर दिन सुधार कर रहा है। मस्क के शब्दों में, “24 घंटे के अंदर ही आप इसमें सुधार देखेंगे।”
गूगल vs ग्रोक 3: जेमिनी की चुनौती
दिलचस्प बात यह है कि सुंदर पिचाई खुद गूगल के एआई प्रोजेक्ट जेमिनी की अगुवाई कर रहे हैं, जो सीधे तौर पर ग्रोक 3 से प्रतिस्पर्धा करता है। पिचाई का ग्रोक 3 को लेकर उत्सुकता दिखाना इस बात का संकेत है कि टेक कंपनियाँ एक-दूसरे के इनोवेशन्स को गंभीरता से ले रही हैं। हालाँकि, मस्क ने अभी तक पिचाई की टिप्पणी का जवाब नहीं दिया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि एआई की दौड़ अब और तेज़ होगी।
क्या है Grok 3 Reasoning की खासियत?
- वैज्ञानिक समस्याओं का समाधान: ग्रोक 3 को कॉम्प्लेक्स साइंटिफिक प्रॉब्लम्स सॉल्व करने के लिए ट्रेन किया गया है।
- कोडिंग में मास्टरी: यह मॉडल प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस को समझने और कोड जनरेट करने में अव्वल है।
- गणितीय तर्क (मैथमेटिकल रीज़निंग): डेटा एनालिसिस और लॉजिकल कैलकुलेशन में इसकी सटीकता चौंकाने वाली है।
- AGI की ओर कदम: मस्क का कहना है कि ग्रोक 3, AGI (आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस) की दिशा में एक बड़ा कदम है।
निष्कर्ष: एआई का भविष्य और प्रतिस्पर्धा की भूमिका
ग्रोक 3 का लॉन्च साबित करता है कि एआई टेक्नोलॉजी की दुनिया में प्रतिस्पर्धा और सहयोग साथ-साथ चलते हैं। पिचाई जैसे शांत स्वभाव के नेता का मस्क को बधाई देना न केवल खेल भावना दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी के लिए बड़े दिमाग एक-दूसरे से प्रेरित हो रहे हैं। अब देखना यह है कि ग्रोक 3 और जेमिनी के बीच की यह होड़ एआई के भविष्य को किस दिशा में ले जाएगी।
क्या आप भी ग्रोक 3 के “रीज़निंग” स्किल्स को टेस्ट करने के लिए उत्सुक हैं? नीचे कमेंट करके बताएँ!